Top Guidelines Of Shiv Chalisa lyrics

Wiki Article

अर्थ- हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमददेवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।

थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

देवनः यदा यदा गच्छति स्म तदा तदा आहूतवान्।

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

एक कमल प्रभु राखेउ here जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

अर्थ- हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप सदा संतो के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखें हैं।

स पुत्रं धनं धान्यमित्रं कलत्रं विचित्रं समासाद्य मोक्षं प्रयाति ॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

भगवान शिव की महिमा का बखान करने के लिए अनेकों अष्टकों की रचना हुई है, जिनमें  शिवाष्टक, लिंगाष्टक, रूद्राष्टक, बिल्वाष्टक काफी प्रसिद्ध हैं, जिसमें शिवाष्टक का विशेष महत्व है।

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

Report this wiki page